2 Sept 2021

बालकों के कर्तव्य

 


-पुस्तक           बालकों  के कर्तव्य

-लेखक           श्री जयदयाल गोयन्दका जी 

-प्रकाशक       गीताप्रेस गोरखपुर

-पृष्ठसंख्या        80

-मूल्य               8/-

 

 

बालकों को शिष्टाचार, स्वाध्याय और सेवा की शिक्षा प्रदान करने वाली एक अद्भुत पुस्तक।

अनुशासन का आधार प्रेम तथा कोमलता होना चाहिए न कि कठोरता, क्रूरता, क्रोध एवं अहंकार। हमारा ध्येय बच्चों को सुधारना नहीं, बनाना है और बच्चे प्रेम और प्रोत्साहन से बनते हैं न कि मार पीट से। बच्चों को बुरी आदतों से बचाने के लिए स्वयं आदर्श बनें।

 

 

No comments: