25 Sept 2021

स्वाति की बूँदें

 


-पुस्तक                स्वाति की बूँदें

-लेखक                श्री राजेंद्र कुमार धवन

-प्रकाशक            गीताप्रेस गोरखपुर

-पृष्ठसंख्या              197

-मूल्य                     30/-

 

 

स्वाति  नक्षत्र  को केन्द्र मे रखकर स्वामी रामसुखदासजी ने जो प्रववचन दियेे उन्ही का संकलन इस पुस्तक में किया गया हैं। 

जिस ज्ञान से पीड़ा के आरंभ और अंत का ज्ञान होता है,वह ज्ञान निरंतर,अखंड रहता है। पीड़ा शरीर में रहती है,स्वयं में नहीं। पीड़ा आती-जाती है, हम रहते हैं। अत: हम पीड़ा से अलग हैं- ऐसा विवेक होने से पीड़ा का असर कम हो जायगा।

 

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