-पुस्तक प्रभु संबंध भजनावली
-लेखक स्वामी श्री रामसुखदासजी
-प्रकाशक गीताप्रेस गोरखपुर
-पृष्ठसंख्या 116
-मूल्य 40/-
स्वामी रामसुखदासजी कहते हें कि लोकीक सम्बंध को बनाए रखना आसान हैं । लेकिन प्रभु के सम्बंंध को स्वामी जी ने प्रभु सम्बंध भजनावली के रुप मे संकलित किया हैं।
No comments:
Post a Comment