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13 Sept 2021

श्रीमद् भगवद्गीता


 

-पुस्तक           श्रीमद् भगवद्गीता

-लेखक           श्री वेदव्यास  जी

-प्रकाशक       गीताप्रेस गोरखपुर

-पृष्ठसंख्या        356

-मूल्य               28/-

 

 

महाभारत युद्ध आरम्भ होने के ठीक पहले भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जो उपदेश दिया वह श्रीमद्भगवदगीता के नाम से प्रसिद्ध है। यह महाभारत के भीष्मपर्व का अंग है। गीता में 18 अध्याय और 700 श्लोक हैं। गीता की गणना प्रस्थानत्रयी में की जाती है, जिसमें उपनिषद् और ब्रह्मसूत्र भी सम्मिलित हैं।

 

12 Sept 2021

श्रीमद् भगवद्गीता (पॉकेट साईज)

 


-पुस्तक           श्रीमद् भगवद्गीता (पॉकेट साईज)

-लेखक           वेदव्यास जी

-प्रकाशक       गीताप्रेस गोरखपुर

-पृष्ठसंख्या       318

-मूल्य              20/-

 

 

 महाभारत युद्ध आरम्भ होने के ठीक पहले भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जो उपदेश दिया वह श्रीमद्भगवदगीता के नाम से प्रसिद्ध है। यह महाभारत के भीष्मपर्व का अंग है। गीता में 18 अध्याय और 700 श्लोक हैं। गीता की गणना प्रस्थानत्रयी में की जाती है, जिसमें उपनिषद् और ब्रह्मसूत्र भी सम्मिलित हैं।

श्रीमद्भगवद्गीता भगवान श्रीकृष्ण का मानव जीवनोपयोगी दिव्य उपदेश है। इस संस्करण में मूल श्लोक, हिन्दी-टीका, गीता-महिमा, प्रधान-विषय, त्याग से भगवत्प्राप्ति निबन्ध सहित दी गयी है। पाकेट आकार, बिना जिल्द के।

 

 

श्रीमद् भगवद्गीता

 


-पुस्तक           श्रीमद् भगवद्गीता (पॉकेट साईज)

-लेखक           वेदव्यास जी

-प्रकाशक       गीताप्रेस गोरखपुर

-पृष्ठसंख्या       732

-मूल्य              50/-

 

 

 महाभारत युद्ध आरम्भ होने के ठीक पहले भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जो उपदेश दिया वह श्रीमद्भगवदगीता के नाम से प्रसिद्ध है। यह महाभारत के भीष्मपर्व का अंग है। गीता में 18 अध्याय और 700 श्लोक हैं। गीता की गणना प्रस्थानत्रयी में की जाती है, जिसमें उपनिषद् और ब्रह्मसूत्र भी सम्मिलित हैं।

श्रीमद्भगवद्गीता भगवान श्रीकृष्ण का मानव जीवनोपयोगी दिव्य उपदेश है। इस संस्करण में मूल श्लोक, हिन्दी-टीका, गीता-महिमा, प्रधान-विषय, त्याग से भगवत्प्राप्ति निबन्ध सहित दी गयी है। पाकेट आकार, जिल्द सहित।