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22 Oct 2021

सुंदरकांड

 


-पुस्तक                 सुंदरकांड   

-लेखक                 श्री तुलसीदास जी

-प्रकाशक             श्री गीता प्रेस गोरखपुर

-पृष्ठसंख्या               96

-मूल्य                       5/-
 
 
 
सुंदरकांड, जिसे रामायण का सबसे सुंदर (सुंदर) हिस्सा माना जाता है, भगवान हनुमान की लंका यात्रा का वर्णन करता है। यह पुस्तक उनकी प्राचीन जीवन शैली को स्पष्ट करती है, जिसके अनुसरण से व्यक्ति के जीवन में कर्म और आध्यात्मिक ज्ञान और भक्ति (भक्ति) आती है। यह भी माना जाता है कि जब कोई सुंदरकांड पढ़ता है, तो भगवान हनुमान स्वयं अपनी उपस्थिति से पाठक पर कृपा करते हैं। सुंदरकांड, श्री हनुमान चालीसा, और संकटमोचन हनुमानाष्टक के संपूर्ण पाठ और व्याख्या भी शामिल है।

20 Oct 2021

रामचरितमानस सुंदरकांड

 


-पुस्तक                 श्री रामचरितमानस सुंदरकांड

-लेखक                 श्री तुलसीदास

-प्रकाशक             श्री गीता प्रेस गोरखपुर

-पृष्ठसंख्या             62

-मूल्य                     5/-
 
 
 
 

भगवान हनुमान की पूजा से सारे संकट दूर हो जाते हैं। भगवान हनुमान की वीर गाथा का वर्णन पवित्र रामायण के सुन्दरकांड में मिलता है। श्री रामचरितमानस का पंचम सोपान सुन्दरकाण्ड है। इस सोपान में 03 श्लोक, 02 छन्द, 58 चौपाई, 60 दोहे और लगभग 6241 शब्द हैं। मंगलवार के दिन सुंदरकांड का पाठ करने की परंपरा है। कहा जाता है कि चालीस सप्ताह तक लगातार जो व्यक्ति श्रद्धापूर्वक सुंदरकांड का पाठ करता है उसकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है।