-पुस्तक आनन्दमय जीवन
-लेखक श्री रामचरण महेन्द्र जी
-प्रकाशक गीताप्रेस गोरखपुर
-पृष्ठसंख्या 176
-मूल्य 25/-
मनुष्य अपने-आप में एक दैवी शक्ति-सम्पन्न आत्मा है। उसके कण-कण में आनन्द
का दिव्य प्रवाह है। डॉ. रामचरण महेन्द्र के ओजस्वी विचारों के रूपमें
संकलित यह पुस्तक आध्यात्मिक पथ की परियिका तथा मानव-जीवन में आनन्दमय
वातावरण को विकसित करनेवाली है।
No comments:
Post a Comment