-पुस्तक श्री सत्यनारायण की व्रतकथा
-लेखक ..........
-प्रकाशक गीताप्रेस गोरखपुर
-पृष्ठसंख्या 96
-मूल्य 15/-
श्रीसत्यनारायण व्रत का
वर्णन देवर्षि नारद जी के पूछने पर स्वयं भगवान विष्णु ने अपने मुख से
किया है. एक बार योगी नारद जी ने भ्रमण करते हुए मृत्युलोक के प्राणियों को
अपने-अपने कर्मों के अनुसार तरह-तरह के दुखों से परेशान होते देखा. ... '
इस पुस्तक में भगवान् सत्यनारायण के पूजन-विधि के साथ स्कन्दपुराण से
उद्धृत सत्यनारायण-व्रत-कथा को भावार्थ सहित दिया गया है। पुस्तक के अन्त
में हवन-विधि तथा आरती दी गयी है।
No comments:
Post a Comment