-पुस्तक           भगवत्प्राप्ति कठिन नहीं
-लेखक           श्री जयदयाल गोयन्दका जी  
-प्रकाशक       गीताप्रेस गोरखपुर
-पृष्ठसंख्या       128
-मूल्य 10/-
इस पुस्तक में श्री जयदयाल गोयन्दका द्वारा लिखे विभिन्नलेखों का अनुपम संग्रह किया गया है।
गीताके तत्त्वको जाननेमात्रसे मुक्ति हो जाती है। जानना उसे कहते हैं- जैसे
 सत्य बोलना चाहिये। यह सुनकर हम झूठ न बोलें तो समझना चाहिये कि हम इस 
बातको जान गये. हमने सुना कि दूधमें जहर है। इस बातका हमको विश्वास हुआ तभी
 माना जायगा जब हम दूध न पीयें। पीते हैं तो हमारा उसमें विश्वास नहीं है। 

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