-पुस्तक सत्संग-सुधा-सागर
-लेखक स्वामी रामसुखदास जी महाराज
-प्रकाशक गीता प्रकासन गोरखपुर
-पृष्ठसंख्या 1109
-मूल्य 600/-
यह ग्रन्थ गीताप्रेस से प्रकाशित स्वामी श्री रामसुखदास जी महाराज के द्वारा प्रणीत पुस्तकों का ग्रन्थाकार संकलन है। इस में परमात्मप्राप्ति के अनेक सुगम उपायों का सरल भाषा में अत्यन्त मार्मिक विवेचन किया गया है। कपड़ेकी मजबूत जिल्द एवं सुन्दर रंगीन, लेमिनेटेड आवरणसहित। यह ग्रन्थ प्रत्येक देश, वेष, भाषा एवं सम्प्रदाय के साधकों के लिये साधन की उपयोगी एवं मार्गदर्शक सामग्री से युक्त है।
कुछ इसप्रकार हैं-
- ज्ञान के दीप जले
- सतसंग के फूल
- सागर के मोती
- मैं नही मेरा नहीं
आदि पुस्तको के प्रवचने का संग्रह सत्संग सुधा सागर नामक इस ग्रन्थ मे किया गया है।
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