-पुस्तक मानस में नाम वन्दना
-लेखक स्वामीश्री रामसुखदास जी
-प्रकाशक गीताप्रेस गोरखपुर
-पृष्ठसंख्या 158
-मूल्य 20/-
यह पुस्तक परमश्रद्धेय स्वामी श्री रामसुखदास जी महाराज के प्रवचनों का सुन्दर संग्रह है। इसमें श्रीरामचरितमानस में वर्णित नाम-महिमा प्रसंग का विस्तृत विवेचन किया गया है।
कलियुग में श्रीराम नाम की महिमा
अपार है। इसके जाप मात्र से ही मनुष्य अपनी मुक्ति का मार्ग प्रशस्त कर
सकता है। जो मनुष्य भौतिक सुख-सुविधाओं में लीन होकर ईश्वर को भूल जाता है
उसे अंत में पछताना पड़ता है।