-पुस्तक भारतीय संत
-लेखक श्री हनुमानप्रसाद पोददार
-प्रकाशक गीताप्रेस गोरखपुर
-पृष्ठसंख्या 154
-मूल्य 20/-
भारतीय संत भारत के प्राचीनकाल से आज तक के सभी संतो का नाम आता है । एक संत एक मानव "आत्म, सत्य, वास्तविकता" के अपने या अपने ज्ञान के लिए और एक "सच-आदर्श" के रूप में प्रतिष्ठित किया जा रहा है।