-पुस्तक नए रास्ते नई दिशाएँ
-लेखक स्वामी श्री रामसुखदास जी
-प्रकाशक गीताप्रेस गोरखपुर
-पृष्ठसंख्या 184
-मूल्य 30/-
यह पुस्तक स्वामी रामसुखदासजी द्वारा मई 2000 सेे सितम्वर 2000 तक के प्रवचनोंं का अनुपम संग्रह हैं। प्रस्तुत पुस्तक में अनेक लौकिक तथा पारलौकिक विषयोंपर सरल और सुबोध भाषामें शास्त्रानुभूत विचारोंका दुर्लभ संकलन है। प्रस्तुत पुस्तक संत समागम से प्राप्त होने वाले प्रभाव व उनसे मिलने वाले गुण को प्रदर्शित करते हुए पढ़ने वालों के लिए उपयोगी सिद्ध होती है।