-पुस्तक ब्रज की निकुंज उपासना
-लेखक श्री दासभास डॉ गिरिराज जी
-प्रकाशक श्री हरिनाम संकीर्तन प्रेस वृंदावन
-पृष्ठसंख्या 160
-मूल्य 100/-
गौड़ीय संप्रदाय की व्याख्या के आधार पर ब्रज की पूजा से संबंधित छोटे-छोटे विषयों पर सरल संकलन की प्रस्तुति।
ब्रज संस्कृति में सांझी को उपासना
का मुख्य अंग माना गया है। उन्होंने बताया कि सांझी के विषय में
मान्यता है कि सांझी साक्षात राधाकृष्ण का स्वरुप होती हैं, जिसमें
राधाकृष्ण की निकुंज लीलाओं का भाव सूखे रंगों के माध्यम से प्रकट
किया जाता है। सांझी को विभिन्न फूलों से मंदिर के प्रांगण में कलाकारों
द्वारा बनाया जाता है।
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