-पुस्तक बृज के भजन
-लेखक श्री श्यामदास जी
-प्रकाशक श्री हरिनाम संकीर्तन प्रेस वृंदावन
-पृष्ठसंख्या 224
-मूल्य 125/-
ब्रज में भगवान कृष्ण ने जन्म लिया था जिस कारण से उस क्षेत्र में कृष्ण-भक्ति का माहौल बना रहता है, वहां के लोगों की दिनचर्या में कृष्ण यूं शामिल हैं जैसे वह उन लोगों के साथ ही उठते-बैठते हों। वहां लोग पद गाते हैं जो इसी तरह की भक्ति और कृष्ण-लीला में रमे हुए होते हैं। बृज मेंं गायेे जाने वाले भजन गीत, गजल, सवैया, रासलीलाऔ के पद,अष्टयाम लीला, आरती, आदि का संग्रह इस पुस्तक मेें प्रस्तुत हैं।
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