1 Sept 2021

गीता-माधुर्य

 

-पुस्तक           गीता-माधुर्य

-लेखक           स्वामी रामसुखदास जी 

-प्रकाशक       गीताप्रेस गोरखपुर

-पृष्ठसंख्या       160

-मूल्य               20/-

 

 

भगवद्गीता एक अनिवार्य सार्वभौमिक पवित्र ग्रंथ है जो सभी मनुष्यों के लिए एक सच्चा मार्गदर्शक है। इसकी उपयोगिता को दृष्टिगत रखते हुए पूज्य स्वामी श्री रामसुखदासजी महाराजा ने बहुत ही सरल भाषा में इस ग्रंथ को प्रश्न-उत्तर के रूप में प्रस्तुत किया है ताकि पाठक इसमें रुचि ले सकें और आसानी से समझ सकें। यह दैनिक पढ़ने के लिए भी बहुत उपयोगी पुस्तक है।

मैं पाठकों से अनुरोध करना चाहता हूं कि वे स्वयं इस पुस्तक का अध्ययन करें और अपने निकट संबंधियों और मित्रों को भी इसका अध्ययन करने के लिए प्रेरित करें।

 

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