-पुस्तक नवग्रह
-लेखक .......
-प्रकाशक गीताप्रेस गोरखपुर
-पृष्ठसंख्या 18
-मूल्य 20/-
भारत में नवग्रह (नौ ग्रह) की पूजा बहुत प्राचीन है। प्रत्येक हिंदू अपने जीवन में अपने पापों और बेहतरी को वश में करने के लिए समय-समय पर नवग्रह की पूजा करता है। इस ग्रंथ में ग्रहों से संबंधित विभिन्न मंत्र और उनकी पूजा करने के तरीके बताए गए हैं। प्रत्येक ग्रह का रंगीन चित्र भी फाइन आर्ट पेपर पर दिया गया है।
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