-पुस्तक संत - वाणी
-लेखक .................
-प्रकाशक गीताप्रेस गोरखपुर
-पृष्ठसंख्या 288
-मूल्य 30/-
प्रस्तुत है ढाई हजार अनमोल बोल जो इस संत वाणी में संकलित है।
त्रिताप-सन्तप्त संसार को मुक्ति रूप निरतिशय आनन्द का सन्देश देकर शान्ति
प्रदान करने वाले प्रायः सभी देश जाति के विभिन्न सन्तों के उपदेशात्मक
सूक्तियों का सुन्दर संकलन।
No comments:
Post a Comment