-पुस्तक साधनोपयोगी पत्र
-लेखक श्री जयदयाल गोयन्दका जी
-प्रकाशक गीताप्रेस गोरखपुर
-पृष्ठसंख्या 160
-मूल्य 15/-
72 पत्रों का संकलन मनुष्य को अपने जीवन को सार्थक बनाने और दूसरों की निस्वार्थ सेवा के मार्ग पर चलने के लिए सक्षम बनाता है।
और प्रस्तुत है साधना पर पूछे गये प्रश्न तथा उनके उत्तर
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