-पुस्तक श्री हरेराम भजन
-लेखक श्री वियोगी हरि जी
-प्रकाशक गीताप्रेस गोरखपुर
-पृष्ठसंख्या 288
-मूल्य 18/-
उस बालक ने केवल हरिनाम का मंत्र जपकर स्वयं भगवान विष्णु को पा लिया था। यही हरे राम हरे कृष्ण मंत्र कलियुग में भगवान की प्राप्ति, मन को शांति देने वाला मंत्र है। इस मंत्र की महिमा का बखान हिन्दू धर्म के पुराणों व ग्रंथों में किया गया है। मान्यता के अनुसार इस मंत्र के जाप मात्र से व्यक्ति के सारे पाप नष्ट हो जाते हैं।
"ॐ देविकानन्दनाय विधमहे वासुदेवाय धीमहि तन्नो कृष्ण:प्रचोदयात".... श्रीकृष्ण के इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के जीवन और मन से सभी दुख दूर हो जाते हैं. "हरे कृष्ण, हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण, हरे हरे राम, हरे राम, राम राम, हरे हरे".... ... इस दिव्य मंत्र का उच्चारण करने से व्यक्ति श्रीकृष्ण की भक्ति में लीन हो जाता है.