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27 Aug 2021

साधन - नवनीत

 


 

-पुस्तक          साधन - नवनीत

-लेखक          श्री जयदयाल गोयन्दका जी 

-प्रकाशक       गीताप्रेस गोरखपुर

-पृष्ठसंख्या       176

-मूल्य               15/-

 

 

महाभारत के युद्ध के समय जब अर्जुन युद्ध करने से मना करते हैं तब श्री कृष्ण उन्हें उपदेश देते है और कर्म व धर्म के सच्चे ज्ञान से अवगत कराते हैं। श्री कृष्ण के इन्हीं उपदेशों को “भगवत गीता” नामक ग्रंथ में संकलित किया गया है।

उनके द्वारा रचित तत्व चिन्तामणि पुस्तक ने धार्मिक-साहित्य की अभिवृद्धि में अभूतपूर्व योगदान किया है। 

इसी प्रकार उन्हीं के विचार एवं श्रेष्ठ भावो का मार्मिक रुपांतरण साधन - नवनीत के रुप में प्रकासित किया जा रहा है।