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4 Oct 2021

श्री भागवत सन्दर्भ

 


-पुस्तक                श्री भागवत सन्दर्भ

-लेखक                श्री जीव गोस्वामी जी

-प्रकाशक            बृजगौरव प्रकासन प्रेस वृंदावन

-पृष्ठसंख्या             369

-मूल्य                    100/-
 
 
 

भगवान श्रीनारायण तथा वैकुण्ठ लोक का सापार्षद विस्तृत वर्णन |श्री प्रियाजी वृन्दावन की राजा कैसे बनी,कब बनी,क्या-क्या उत्सब हुए,आयोजक कौन थे। इन सब विषयों का आँखों देखा हाल वर्णित हैै।निजी परिकर के मध्य हुए इस राज्यभिषेक का वर्णन श्री जीव गोस्वामी ने किया है। श्री भागवत सन्दर्भ (षट् सन्दर्भ) और दूसरा है- श्री गोपाल चम्पू | श्रीभागवत सन्दर्भ सिद्धांत ग्रन्थ है और श्री गोपाल चम्पू लीला ग्रन्थ है| श्रीभागवत सन्दर्भ ग्रन्थ क्रमशः 6 भागों- श्री तत्त्व सन्दर्भ, श्रीभगवत सन्दर्भ, श्री परमात्म सन्दर्भ, श्री कृष्ण सन्दर्भ, श्री भक्ति सन्दर्भ व श्री प्रीति सन्दर्भ में विभक्त होने के कारण श्री षट् सन्दर्भ भी कहलाता है | प्रथम चार सन्दर्भों में सम्बन्ध तत्त्व का ज्ञान वर्णित है, पांचवे भक्ति सन्दर्भ में अभिधेय तत्व और छठे प्रीति सन्दर्भ में प्रयोजन तत्त्व का ज्ञान वर्णित है| अतः कृष्ण तत्त्व का सर्वश्रेष्ठ प्रतिपादन करने से ही श्रील जीव गोस्वामी पाद जी गौड़ीय वैष्णव संप्रदाय के ‘तत्त्वाचार्य’ कहलाते हैं| इन्होने ही वेदांत के चरमसिद्धांत ‘अचिन्त्यभेदाभेद’ की भी विशद व्याख्या की है जो की चैतन्य महाप्रभु द्वारा प्रतिपादित वेदांत सिद्धांत है|