-पुस्तक ब्रज भक्ति के 64 अंग
-लेखक श्री श्याम दास जी
-प्रकाशक श्री हरिनाम संकीर्तन प्रेस वृंदावन
-पृष्ठसंख्या 152
-मूल्य 100/-
ब्रज के सभी रसिक संतों के मत अनुसार बृज वृन्दावन का आनंद सभी दिव्य क्षेत्रों
में सर्वोच्च है। इस रसोपासना रूपी भक्ति में मूलतः रस की ही उपासना है ।
इस पुस्तक के ज़रिए रसिकों द्वारा स्थापित रस मार्ग और ब्रज धाम के
विभिन्न स्थानों की भव्यता को प्रकाशित करने का एक थोड़ा सा प्रयास है ।