-पुस्तक अपरोक्षानुभूति
-लेखक ............
-प्रकाशक गीताप्रेस गोरखपुर
-पृष्ठसंख्या 30
-मूल्य 5/-
अपरोक्षानुभूति
आदि शंकराचार्य के लिए प्रसिद्ध एक प्रसिद्ध रचना है। यह एक लोकप्रिय
परिचयात्मक कार्य है जो अद्वैत वेदांत दर्शन को उजागर करता है। यह एक ऐसी
विधि का वर्णन करता है जिसका अनुसरण करने वाले किसी एक प्रकृति के आवश्यक
सत्य का प्रत्यक्ष अनुभव कर सकते हैं।
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