-पुस्तक परमानन्द की खेती
-लेखक श्री जयदयाल गोयन्दका जी
-प्रकाशक गीताप्रेस गोरखपुर
-पृष्ठसंख्या 192
-मूल्य 20/-
यह पुस्तक जीवनमुक्त मनीषी ब्रह्मलीन श्रीजयदयालजी गोयन्दकाद्वारा प्रवचनके रूपमें प्रस्तुत अनेक लौकिक तथा पारलौकिक विषयोंपर सरल और सुबोध भाषामें शास्त्रानुभूत विचारोंका दुर्लभ संकलन है
तत्व चिन्तामणि मे हमारे कुछ आदर्श महापुरषों तथा साधन भजन सम्बन्धी कुछ महत्वपुर्ण विवेचनो का संग्रह किया गया है।
उनके द्वारा रचित तत्व चिन्तामणि छः पुस्तक को दो भागो मे परमानन्द कीी खेती और तत्वचिन्तामणि ने धार्मिक-साहित्य की अभिवृद्धि में अभूतपूर्व योगदान किया है।
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