-पुस्तक दाम्पत्य-जीवन का आदर्श
-लेखक श्री हनुमानप्रसाद पोदार जी
-प्रकाशक गीताप्रेस गोरखपुर
-पृष्ठसंख्या 127
-मूल्य 15/-
धर्मानुशासित गृहस्थाश्रम धर्म और मोक्ष के सम्पुट में अर्थ और काम का
सम्पुटित जीवन पञ्चम पुरुषार्थ भगवद्भक्ति का प्रदाता है। दाम्पत्य जीवन के
सर्वाङ्गीण विकास-हेतु भाईजी श्री हनुमानप्रसाद जी पोद्दार द्वारा प्रणीत
इस पुस्तक में पति-पत्नी के कर्तव्य, धर्म, व्यवहार आदि विभिन्न विषयों पर
लिखे गये अनेक उपयोगी लेखों का संग्रह।
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